जे सुख पाना चाहे बन्दे || Je sukh pana bande || DSS Hindi Bhajan Lyrics

तर्ज :- भगवान तेरा इन्सान देख ले... 
टेक :- जे सुख पाना चाहे बन्दे, रख सतगुर का ध्यान।
 यही है सब से उत्तम ज्ञान।

1. आँधी और तूफान में अपने मन का दीप जलाए।
 लाखों वारी रोवे अखियां  पग-पग  ठोकर खाए।
 सीस झुकाए सतगुर आगे नन्हीं सी इक जान। यही है...

2. इस जीवन में दु:ख-सुख बन्दे आते हैं  हर  रोज।
 पिछले  कर्मों  वाला  लेखा  मुक जाए इक रोज।
 सब कुछ उसके अर्पण करके हुक्म तूं उसका मान।
 यही  है  सब...

3. मेरा-मेरा  करता  फिरता इक पल नाम न ध्याए।
 सारा  दिन  तृष्णा में जलता इक पल चैन न पाए।
 माया  जोड़  कर  भरे खजाने  रे  मूर्ख  नादान।
 यही  है  सब...

4. मेरी   मेरी   कैरों   करते   दुर्याेधन   के   भाई।
 बारह  जोजन  छतर  झुले था देही गिरझ न खाई।
 लम्बे  दावे  बाँधता  फिरता दो दिन का मेहमान।
 यही  है  सब...

5. इक लख पूत, सवा  लख  पोता मन्दिर सोन बनाए।
 चाँद और सूर्य करें रसोई, पंखा पौन* चलाए।  *पवन
 कहें  ‘शाह सतनाम जी’  कोई  रहा  न  बाकी,
 जो  दीआ  करे  मकान।  यही  है  सब...।।